Fascination About shiv chalisa in hindi
Fascination About shiv chalisa in hindi
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पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
शिव चालीसा भगवान भोलेशंकर को समर्पित है। इस शिव चालीसा का नियमित पाठ करने से महादेव आशीर्वाद प्रदान करते है और आपके जीवन में सुख-समृद्धि का संचार करते है।
शिव आरती
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ ।
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
जय सविता जय Shiv chaisa जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! Shiv chaisamore info पतंग! मरीची! भास्कर!...
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥